पीलीभीत सिख समुदाय के लड़कों को सरकार के दबाव में जेल भेजने के विरोध मे शामिल हुआ सिख समाज।

पूरनपुर से रिपोर्ट रचित मिश्रा
जब भाजपा जिला उपाध्यक्ष दीपक अग्रवाल और महामंत्री राजेंद्र कश्यप नगर और देहात मंडल का चुनाव कराने के लिए शाहजहांपुर जा रहे थे। जाम में फंसने के काफी देर बाद राजेंद्र कश्यप जाम खुलवाने लगे तो उनका कुछ लोगों से विवाद हो गया था। इसमें कारतूस लूट और मारपीट की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। चार दिन तक हमलावरों की धरपकड़ न होने पर जिलाध्यक्ष ने प्रेसवार्ता कर शुक्रवार को पुलिस अधिकारियों को चेताया था। शनिवार से पुलिस के खिलाफ हल्ला बोलने की चेतावनी भी दी गई थी। उधर, दूसरे पक्ष से कांग्रेस जिलाध्यक्ष हरप्रीत सिंह चबबा पैरवी में लगे थे। निर्दोषों को सत्ता के दबाव में फंसाने की बात कही थी। भाजपा-कांग्रेस की खींचतान के बीच पुलिस कार्रवाई को लेकर फंस गई थी। इस मामले में पुलिस ने अब दोनों को खुश करने का प्रयास किया। लूट की धारा हटा दी गई है। मामला मारपीट और लूट के प्रयास में रखा गया है। यह वायरल हुए वीडियो के आधार पर तय किया गया है। उधर, रात में ही दबिश देकर दो हमलावर गांव खांडेपुर निवासी परमजीत सिंह उर्फ पम्मा और गजरौला थाना के गांव पचपेड़ा निवासी मंजीत सिंह उर्फ विट्टू की पहचान कर गिरफ्तार किया गया। शनिवार को उनका चालान किया गया है। कोतवाल अतर सिंह ने बताया कि जांच में लूट का मामला नहीं पाया गया। मारपीट और लूट के प्रयास का मामला निकला है। इसी के तहत दोनों का चालान किया गया है। उन्होंने बताया कि अभी जांच चल रही है।
मीडिया से छिपाते रहे कोतवाल
भाजपा नेता पर हुए हमले के मामले में दो आरोपियों को जेल भेजने के बाद कोतवाली पुलिस इस कार्रवाई को छिपाने में जुटी रही। रात को ही दोनों आरोपियों को उनके घरों से पुलिस हिरासत में ले आई थी। उनको जेल भेज दिया, लेकिन इसको उजागर नहीं किया जा रहा था। उनको गुपचुप तरीके से सुबह चालान कर दिया। पूछने पर काफी देर तक कोतवाल अतर सिंह गिरफ्तारी न होने की बात कहकर झूठ बोलते रहे।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष बोले, निर्दोषों पर कार्रवाई के विरोध में होगा आंदोलन


कांग्रेस जिलाध्यक्ष हरप्रीत सिंह चब्बा का कहना है कि इस मामले में पुलिस पूरी तरह से सत्ता के दबाव में कार्रवाई कर रही है। निर्दोष लोगों को पकड़कर जेल भेज दिया गया है। वायरल वीडियो में न तो वह दिखाई दे रहे हैं, न ही उनका घटनाक्रम से कोई लेना-देना है। उनको पारिवारिक विवाद की बात कहकर पुलिस कोतवाली ले आई थी। बाद में उनको इस मामले में फंसाकर जेल भेज दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि सिख युवकों को अपराधी बनाने का काम पुलिस कर रही है। कोतवाल की बर्खाश्तगी की मांग को लेकर सिख समाज जल्द बड़ा प्रदर्शन करेगा। दिल्ली सिख गुरुद्वारा कमेटी के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा भी इस प्रकरण को लेकर गंभीर हैं। वह जिले में आ रहे हैं। यहां सिख समुदाय के साथ बैठक होगी। पुलिस की इस कार्रवाई के खिलाफ बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
भाजपा जिला महामंत्री राजेंद्र कश्यप के साथ हुई घटना के मामले में गिरफ्तारी हुई है। पूरनपुर पुलिस ने दो हमलावरों को पहचान कर गिरफ्तार किया। उनको शनिवार को जेल भेज दिया है। जांच और साक्ष्य के आधार पर कार्रवाई कराई जा रही है। – रोहित मिश्र, एएसपी

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