रिपोर्ट- गोरख नाथ
टनकपुर: चम्पावत जिले के टनकपुर में हर वर्ष होली पर्व के अगले दिन से लगने वाले उत्तर भारत के प्रसिद्ध तीर्थ मां पूर्णागिरी धाम में लगने वाले मां पूर्णागिरी मेले का आज बुधवार को विधिवत समापन हो गया।
टनकपुर के ठुलीगाड़ में आयोजित समापन कार्यक्रम में स्थानीय प्रशासन, मंदिर समिति जिला पंचायत पदाधिकारी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी कर्मचारी, मंदिर पुजारी वर्ग व स्थानीय जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
मेला समापन के अवसर पर मेला मजिस्ट्रेट व टनकपुर एसडीएम हिमांशु कफल्टिया ने लगभग तीन माह तक सफलतापूर्वक चले माँ पूर्णागिरि मेले के सफल आयोजन हेतु सभी विभागों, मेला संचालन समिति, मंदिर समिति, पुलिस प्रशासन, पुजारी वर्ग सहित स्थानीय जनता का आभार जताया।
साथ ही मेला समापन अवसर पर कार्यक्रम में मेला संचालन हेतु सहयोग करने वाले सभी कर्मचारियों, समिति पदाधिकारियों, मेला स्वयं सेवकों व स्थानीय जनप्रतिनिधियों को पूर्णागिरि मंदिर समिति द्वारा सम्मानित किया गया।
वहीं मीडिया से रुबरु होते हुए टनकपुर एसडीएम व मेला मजिस्ट्रेट हिमांशु कफलटिया ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी माँ पूर्णगिरीं मेला आयोजन 19 मार्च से 15 जून लगभग 89 दिन तक संचालित किया गया।
इस दौरान मेले का शांति पूर्वक व सफल आयोजन किया गया।क्योंकि बीते दो वर्ष कोविड की वजह से मेला संचालित नही हो पाया था इसलिए इस वर्ष माँ पूर्णागिरि मेले का बिना किसी रुकावट आयोजन हो पाया।
जिसके लिए वह मेले से प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष जुड़े सभी लोगो का आभार व्यक्त करते है। साथ ही उन्होंने बताया कि 89 दिवस के इस मेले में लगभग 35 लाख तीर्थयात्रियों ने माँ पूर्णागिरि के दर्शन किये।
हालांकि आज सरकारी मेला अवधि के समाप्त होने पर मेला समाप्ति की घोषणा हो चुकी है, लेकिन मेला परिसर में तीर्थ यात्रियों के आवागमन को देखते है कई सुविधाएं अगले कुछ दिनों तक यथावत रहेंगी।
वहीं प्रशासन की कोशिश रहेगी कि माँ पूर्णागिरि मेला मात्र तीन माह की अवधि तक संचालित ना हो पूरे वर्ष भर समस्त यात्री सुविधाओं के साथ संचालित किया जाए।