रिपोर्ट- गोरख नाथ
जनपद उधम सिंह नगर के खटीमा मे पीलीभीत रोड पर शिव कॉलोनी में अनाधिकृत रूप से चल रहे लाइफ केयर नशा मुक्ति केंद्र को प्रशासन की टीम ने जांच के उपरांत सील कर दिया है। नशा मुक्ति केंद्र को केंद्र संचालक द्वारा बिना क्लीनिकल इस्टैब्लिशमेंट एक्ट व बिना रजिस्ट्रेशन के संचालित किया जा रहा था।
वर्तमान में नशा मुक्ति केंद्र में 44 मरीज उपचाराधीन थे। खटीमा प्रशासन की टीम ने नशा मुक्ति केंद्र को सील करने के बाद केंद्र में भर्ती सभी 44 मरीजों को अधिकृत केंद्र को भिजवा दिया है। गौरतलब है कि उधम सिंह नगर जिले के किच्छा में बीते रोज अनाधिकृत रूप से चल रहे नशा मुक्ति केंद्र में एक मरीज की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी, जिसके बाद प्रशासन द्वारा जहां उस केंद्र को जांच के बाद सील कर किया गया था।
वहीं जिला प्रशासन के निर्देश पर जिले भर में अनाधिकृत रूप से चल रहे नशा मुक्ति केंद्रों के खिलाफ प्रशासनिक टीम द्वारा जांच अभियान चलाया जा रहा है। इसी अभियान के तहत आज खटीमा एसडीएम रविंद्र बिष्ट, तहसीलदार शुभांगिनी व खटीमा नागरिक अस्पताल के चिकित्सक डॉ वी पी सिंह की टीम ने खटीमा पीलीभीत रोड स्थित लाइफ केयर नशा मुक्ति केंद्र का औचक निरीक्षण कर केंद्र की जांच की तथा जांच के उपरांत नशा मुक्ति केंद्र में तमाम अनियमितताएं पाई गई।
बिना रजिस्ट्रेशन व डॉक्टरों के चल रहे इस नशा मुक्ति केंद्र को प्रशासन द्वारा सील कर उसमें भर्ती 44 मरीजों को अन्यत्र अधिकृत केंद्र को भिजवा दिया गया। साथ ही खटीमा में चल रहे अन्य नशा मुक्ति केंद्रों की प्रशासन ने जांच की बात कही है। वहीं नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती मरीज के परिजन मिंदर सिंह ने नशा मुक्ति केंद्र पर गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि केंद्र में कोई सक्षम डॉक्टर नहीं है और ना ही केंद्र की व्यवस्था ठीक-ठाक है।
वहीं नशा मुक्ति केंद्र के संचालक मोहम्मद शरीफ ने बताया कि हमारे केंद्र में भर्ती मरीजों को नवचेतना नशा मुक्ति केंद्र में भेजा जा रहा है। उन्होंने बताया कि हमें बाद में जानकारी प्राप्त हुई कि जिस रजिस्ट्रेशन पर हमारा केंद्र संचालित था उसी रजिस्ट्रेशन पर अन्य केंद्र भी संचालित था। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि हमारे केंद्र में बाकी सारी व्यवस्थाएं ठीक-ठाक है।
वहीं खटीमा एसडीएम रविंद्र बिष्ट ने बताया कि नशा मुक्ति केंद्र संचालक के पास न तो क्लिनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट के तहत रजिस्ट्रेशन था और ना ही कोई सक्षम डॉक्टर था इसलिए नियम विरुद्ध संचालित होने के कारण नशामुक्ति केंद्र को सील कर दिया गया है॥