विकास दीक्षित की रिपोर्ट
पूरनपुर।
ईसाई धर्म के प्रचार प्रसार के लिए नेपाल सीमा से सटे इलाकों में चंगाई सभाओं का आयोजन किया जा रहा है जिसको लेकर खुफिया तंत्र भी सजग हो गया है यह लोग गरीबों को लालच में फंसा कर धर्म परिवर्तन कराने में लगे हुए हैं।
एक दशक पूर्व पीलीभीत शहर के रेलवे स्टेशन के समीप बरहा कॉलोनी में ईसाई मिशनरीज द्वारा संचालित चंगाई सभा का मामला सामने आया था जहां हिंदूवादी संगठनों ने पहुंचकर जमकर बवाल किया था जिसके बाद चंगाई सभा बंद कर दी गई थी इसके बाद भी ईसाई मिशनरीज के लोग नहीं माने और वे चोरी-छिपे ईसाइयत के प्रचार प्रसार में लगे रहे नेपाल सीमा से सटे गांव में ईसाई मिशनरी में अपना पूरा नेटवर्क फैला दिया बताया जाता है कि यह लोग गरीब हिंदुओं को प्रलोभन बा लालच देकर ईसाई धर्म की ओर मोड़ते हैं और धीरे-धीरे उन्हें मानसिक रूप से तैयार कर लेते हैं पिछले वर्षों में माधोटांडा थाना क्षेत्र के नेपाल सीमा से सटे गांव गोरख डिब्बी और बूंदी भूड में दर्जनों परिवारो ने गरीबी के चलते ईसाई धर्म अपना लिया था। हालांकि बाद में कुछ समाजसेवियों ने गोरख डिब्बी पहुंचकर काफी सामान में पहुंचाया था लेकिन इसके बावजूद चंगाई सभाओं के आयोजन पर रोक नहीं लग सकी अब एक ताजा मामला पूरनपुर नगर के मोहल्ला साहूकारा में देखने को मिला इसका खुलासा तब हुआ जब चंगाई सभा से एक किशोरी गायब हो गई हालांकि पुलिस ने इस किशोरी को बरामद कर लिया है। बताया जाता है कि साहूकारा मोहल्ले में पिछले 4 साल से चंगाई सभा का आयोजन किया जा रहा था। चंगाई सभा के आयोजन की जानकारी मिलते ही खुफिया एजेंसियां व पुलिस भी सतर्क हो गई है और इस दिशा में जांच पड़ताल की जा रही है।