पीलीभीत: थाना न्यूरिया क्षेत्र में मिट्टी खनन का अवैध कारोबार बेधड़क जारी है। आरोप है कि, खनन माफिया जिम्मेदारों से साठगांठ कर इस गोरखधंधे को अंजाम दे रहे हैं। यह मिट्टी सस्ते दामों में खरीदकर उत्तराखंड में ऊंचे दामों में बेची जा रही है। मामले में शिकायत भी की गई, लेकिन उस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया।
बिना नंबर के ट्रैक्टर-ट्रॉलियों से ढोई जा रही मिट्टी –
साठगांठ से इन दिनों माफिया खनन के नियमों को ताक पर रखकर जेसीबी से खुदाई करवा रहे हैं। वहीं इस मिट्टी को बिना नंबर प्लेट वाले ट्रैक्टर-ट्रॉलियों से ढोया जा रहा है। आरोप है कि इन ट्रैक्टर-ट्रॉली वालों के पास कोई परमीशन भी नहीं है। मिट्टी को सस्ते दामों में खरीदकर उत्तराखंड में ऊंचे दामों में बेचा जा रहा है।
न्यूरिया थाना क्षेत्र के लैलपुरी, ढकिया, हुलकरी, अलमापुर, बहरूआ और गिधौर में इन दिनों खनन किया जा रहा है, बताते हैं कि माफिया खनन के मानकों को ताक पर रखकर दिन-रात खनन करने मे जुटे हैं।
इस सबके चलते ही खनन माफियाओं के हौसले बुलंद हैं। ऐसा भी नहीं कि अवैध खनन का मामला जिम्मेदारों के संज्ञान में न हो, इसको लेकर कई बार शिकायतें भी की गईं लेकिन, गठजोड़ के चलते इस अवैध खनन के खिलाफ कोई करवाई नहीं की जा सकी है।
बड़े नेताओं संग ली फोटो वायरल कर दिखाते हैं, रौब –
कारोबार में लगे माफिया रौब झाड़ने में भी किसी से पीछे नही हैं। बताते हैं, कि खनन माफिया बड़े नेताओं के साथ ली फोटो सोशल मीडिया ग्रुप में वायरल कर देते हैं, ताकि यह साबित हो सके कि वह ऊंची पहुंच वाले है।
आरोप है, कि इस खनन के खेल में माफियों के साथ जिम्मेदार भी खासी भूमिका निभा रहे है, गठजोड़ के चलते इस अवैध धंधे के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा सकी है। अधिकारियों और नेताओं के साथ खींची गई अपनी फोटो को सोशल मीडिया पर बने ग्रुपों पर वायरल कर देते हैं। इन सब के चलते खनन माफिया के हौसले बुलंद हैं और इन सबकी आड़ में ही माफिया अवैध खनन को अंजाम दे रहे हैं।