14 साल में एक ही तरह से परिवार के 6 लोगों की मौत, विदेशी फरेंसिक लैब की मदद लेगी पुलिस

कोझिकोड
केरल के कोझिकोड में 14 साल के अंतराल में एक ही परिवार के 6 सदस्यों की सिलसिलेवार हत्या के सनसनीखेज मामले ने पुलिस को भी उलझाकर रख दिया है। पुलिस का दावा है कि इन 14 वर्षों में मुख्य आरोपी महिला जॉलीअम्मा जोसेफ ने सायनाइड देकर सभी की हत्या की है। हालांकि मामले की तह तक जाने के लिए पुलिस अभी कई ऐंगल से जांच में जुटी है। पुलिस इसके लिए विशेषज्ञों की भी सलाह ले रही है। पुलिस का यह भी कहना है कि जरूरत पड़ने पर पोटेशियम सायनाइड का ‘ट्रेस विश्लेषण’ करने के लिए विदेश में फरेंसिक प्रयोगशालाओं की सहायता ली जा सकती है।

राज्य के पुलिस प्रमुख लोकनाथ बेहरा ने कहा, ‘जांच दल इस संबंध में अदालत की अनुमति लेगा।’ उन्होंने यह भी कहा कि अधिक से अधिक अधिकारियों और विशेषज्ञों को जांच दल में शामिल किया जाएगा क्योंकि मामले में अधिक परिस्थितिजन्य साक्ष्य की जरूरत है।

आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां
फरेंसिक विशेषज्ञों ने कहा कि मामले में डीएनए नमूना जटिल हो सकता है और किसी भी मामूली त्रुटि से अभियोजन पक्ष को झटका लग सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में प्रयोगशालाओं के कर्मचारियों को ऐसे मामलों में विशेषज्ञता की कमी है। इस बीच, क्राइम ब्रांच ने पीड़ित रॉय थॉमस के भाई रोजो थॉमस को बुलाने का फैसला किया, जिन्होंने मौत के बारे में संदेह जताया था। पुलिस सूत्रों ने कहा कि अधिक व्यक्तियों से पूछताछ के बाद आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां की जाएंगी।

सबूत जुटा रही है पुलिस
पुलिस ने बताया कि जॉलीअम्मा ने अपना गुनाह भी कबूल कर लिया है। उन्होंने बताया कि तीनों को फिलहाल केवल जॉली के पति रॉय थॉमस की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस सभी 6 हत्या के मामले में जॉली के खिलाफ सबूत जुटाने में लगी है। जॉली के अलावा गिरफ्तार किए गए दो अन्य आरोपियों एमएस मैथ्यू और प्राजी कुमार पर जॉली को सायनाइड उपलब्ध कराने का आरोप है।

लोग मानते रहे नैचुरल डेथ
इसके अलावा रॉय की मां अनम्मा की साल 2002 में, उनके पिता टॉम थॉमस की साल 2008 में , चाचा मैथ्यू मंचडी की साल 2014 में और उनके चचेरे भाई शाजू की पत्नी सिली की साल 2016 में और उनकी भतीजी अल्फाइन की साल 2014 में मौत हुई थी। 14 साल की अवधि के भीतर हुई इन 6 मौतों को लोग अब तक प्राकृतिक मानते रहे थे। ऐसे में पुलिस के खुलासे ने सभी को हैरान कर दिया है। रॉय के परिजन भी इसे नैचुरल डेथ ही मानते रहे लेकिन उन्हें इन मौतों पर संदेह तब हुआ जब रॉय की मौत के बाद जॉली उनकी प्रॉपर्टी पर कब्जा करने की कोशिश में थी।

रॉय की बॉडी में पाया गया था सायनाइड
कोझिकोड जिले के ग्रामीण इलाके के प्रभारी केजी साइमन ने बताया कि रॉय की मौत के बाद उनके शव का परीक्षण कराया गया था। इस दौरान उनके शरीर में सायनाइड पाया गया था। उन्होंने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और जल्दी ही आरोपियों पर पांच अन्य हत्याओं के लिए भी मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। बता दें कि रॉय थॉमस की मौत साल 2011 में हुई थी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *