रिपोर्ट- गोरख नाथ
खटीमा: जनपद ऊधम सिंह नगर के खटीमा कुटरा गांव के निवासी तथा एसबीआई एटीएम गार्ड भगवान सिंह भंडारी उम्र 35 वर्ष पुत्र लक्ष्मण सिंह भंडारी की 8 अगस्त 2019 को संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले में सोमवार को सीबीसीआईडी ने खुलासा करते हुए थाने परिसर से ही तीनों आरोपीयों को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय में पेश किया।
आपको बता दें कि लगभग 3 वर्ष पूर्व एसबीआई एटीएम गार्ड भगवान सिंह की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी तथा गार्ड का शव कुटरा गांव मे उसके घर से कुछ दूरी पर एक व्यक्ति के घर पर सीढ़ी के पास पड़ा मिला था। परिजनों ने हत्या की आशंका जताते हुए पुलिस को तहरीर दी थी। पुलिस ने पूछताछ के लिए कुछ लोगों को हिरासत में लिया था।
वहीं फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर फिंगरप्रिंट और खून के नमूने भी लिए थे, लेकिन हत्या की गुत्थी नहीं सुलझ पाई थी। परिजनों व ग्रामीणों के विरोध के बाद उच्च अधिकारियों द्वारा आरोपियों का पॉलीग्राफ टेस्ट कराने व सीबीसीआईडी से जांच कराने का आश्वासन दिया गया था।
मामला सीबीसीआईडी के हांथ में आते ही आरोपियों का पॉलीग्राफ टेस्ट कराया गया तथा सर्विलांस साक्ष्य एकत्रित कर सीबीसीआईडी टीम ने 6 जून सोमवार को ध्रुव सिंह पुत्र त्रिलोक सिंह, सुरेंद्र सिंह राणा उर्फ गुड्डू पुत्र हरदेव सिंह राणा, किशन सिंह उर्फ कन्हैया पुत्र जगदीश सिंह राणा निवासी कुटरा को पूछताछ के लिए थाने बुलाकर पर्याप्त साक्ष्य व सबूत के आधार पर सीबीसीआईडी तीनों आरोपियों को थाने परिसर से ही गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय में पेश कर दिया।
वहीं एसएसआई देवेंद्र गौरव ने बताया कि 2019 में कुटरा निवासी भगवान सिंह की मृत्यु संदिग्ध परिस्थितियों में हो गई थी जिस संबंध में उसके परिजनों ने हत्या की आशंका जताते हुए तीन लोगों के खिलाफ खटीमा थाने में तहरीर देकर हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच के बाद मामला सीबीसीआईडी को विवेचना हेतु सौंप दिया गया था।
इसी प्रकरण में सीबीसीआईडी द्वारा साक्ष्य संकलन कर हत्या के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय में पेश किया जा रहा है।
वहीं सीबीसीआईडी हल्द्वानी की टीम में निरीक्षक जानकी भंडारी, निरीक्षक राजेंद्र सिंह बिष्ट, निरीक्षक पावन स्वरूप, कांस्टेबल अमरजीत सिंह, मोहम्मद तारिक, चालक चंन्द्र प्रकाश जोशी आदि शामिल रहे।
देवेंद्र गौरव एसएसआई खटीमा –