नई दिल्ली
पंजाब नैशनल बैंक के अधिकारी उस वक्त हैरान रह गए, जब तीन युवक उनके पास 9.8 करोड़ रुपये का डिमांड ड्राफ्ट लेकर कैश कराने पहुंच गए। इस ड्राफ्ट को पंजाब नैशनल बैंक के नेपाल में सहायक एवरेस्ट बैंक की ओर से जारी किया गया था। हालांकि पुलिस और बैंक की टीम ने जब संयुक्त रूप से इसकी जांच शुरू की तो पता चला कि यह धोखाधड़ी का मामला है और जाली ड्राफ्ट तैयार किया गया है।
आरोपियों की पहचान 42 वर्षीय यश सक्सेना, देवेंद्र सिंह मालवीय (47) और राजीव उपाध्याय के तौर पर हुई है। तीनों ही भोपाल के रहने वाले हैं। दो आरोपी बैंक के ही सेल्स स्टाफ का हिस्सा हैं और उन्हें भरोसा था कि वे ड्राफ्ट को बैंक से कैश करा लेंगे। हालांकि समय रहते ही बैंक ने पड़ताल कर सच का पता लगा लिया।
इन लोगों ने लोन लेने के दौरान लोगों की ड्राफ्ट क्लियर कराने में लोगों की मदद की थी और फिर यह साजिश रची। पूछताछ में सक्सेना और मालवीय ने बताया कि उन्होंने अपने साथ अपराध में शामिल उपाध्याय की मदद की थी। दोनों ने मिलकर उपाध्याय को रेस्तरां खोलने के लिए लोन दिलाया था।