माधोटांडा
विकास दीक्षित की रिपोर्ट-:
नेपाली हाथियों का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। बीती रात भी नेपाली हाथियों ने शारदा पार के गोरख डिब्बी गांव में जमकर उत्पात मचाया उन्होंने दो झोपड़ियों को पूरी तरह तहस-नहस कर दिया हाथियों की आहट पर ग्रामीणों ने भागकर बमुश्किल जान बचाई इसके बावजूद वन विभाग उन्हें खदेड़ने के कोई प्रयास नहीं कर रहा है जिससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल है।
शारदा नदी के पार बसे ग्रामीणों की खेती किसानी उजड़ने के बाद गजराज अब उनके घरों को जा रहे हैं लगातार कई दिनों से यह सिलसिला जारी है इसके बावजूद वन विभाग हाथ पर हाथ धरे बैठा है दहशत के चलते अब ग्रामीण खेतों की रखवाली तो दूर झोपड़ियों में सोने से भी कतरा रहे हैं रविवार की रात हाथियों ने कई झोपड़ियों को बुरी तरह तहस-नहस कर दिया जिससे घरेलू सामान भी नष्ट हो गया हाथियों ने रामकिशन और हरिप्रसाद के छप्पर पोश घरों को उजाड़ दिया गनीमत यह रही कि पहले से सजग ग्रामीण हाथियों को देख कर भाग निकले नहीं तो हाथी उन्हें भी जान से मार सकते थे काफी शोर-शराबा करने के बाद आबादी से हाथियों को भगाया जा सका दहशत के चलते पूरी रात ग्रामीणों ना सके ग्रामीणों ने बताया कि हाथी उनके ऊपर काल बनकर आ रहे हैं प्रतिदिन उनकी फसलों को बर्बाद कर रहे हैं धान और गन्ने की फसल चौपट हो गई है वन विभाग को कई बार सूचना दी गई लेकिन आज तक कोई भी अधिकारी नहीं पहुंचा है जिससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल है।