रिपोर्ट- गोरख नाथ
खटीमा जनपद उधम सिंह नगर: खटीमा के लोहिया हेड रोड निवासी लद्दाख में ड्यूटी पर तैनात भारतीय सैनिक दिनेश लोहिया का बड़ा पुत्र ऋषभ लोहिया यूक्रेन एमबीबीएस की पढ़ाई करने गया था। सुनहरा भविष्य बनाने युक्रेन गए ऋषभ को क्या पता था रूस और यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग उनके भविष्य और जीवन पर प्रश्न चिन्ह लगा देगी। ऋषभ की मां का रो रो के घर पर बुरा हाल है। ऋषभ के पिता दिनेश लोहिया भी अपने पुत्र को मुसीबत में फंसा देखकर फौज से छुट्टी लेकर खटीमा के लिए रवाना हो चुके हैं। वहीं इस बीच ऋषभ लोहिया अपने दोस्तों के साथ डर के साए में यूक्रेन में जीने को मजबूर है। परिजनों से वीडियो कॉल में ऋषभ लोहिया ने बताया कि वह लोग पोलैंड की सीमा पर पहुंचे थे जहां पोलैंड की सरकार ने उन्हें पोलैंड की सीमा में दाखिल होने से रोक दिया और वापस आने के बाद फिर से अपने हॉस्टल पहुंच गए। शहर में कर्फ्यू लगे होने के कारण उनका खाने का सामान भी खत्म हो चला है और उन सभी दोस्तों के सामने भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो रही है। ऋषभ एक बार फिर अपने वतन सुरक्षित वापस आने की आस में अपने दोस्तों के साथ पोलैंड के बॉर्डर की ओर जा रहे हैं। उन्होंने वीडियो कॉल कर सरकार और भारतीय एंबेसी से मांग की है कि वह और उन जैसे हजारों भारतीयों को जो भारत वापस आना चाहते हैं सरकार उन्हें जल्द से जल्द वापस लाएं। वही ऋषभ की मां ने भावुक होते हुए मीडिया को बताया कि यूक्रेन में फंसे छात्र इधर से उधर भटक रहे हैं । मेरा बेटा भी एमबीबीएस करने के लिए यूक्रेन गया हुआ है जहां वह बुरी तरह फंस गया है तथा मेरे बेटे ऋषभ ने बताया कि यहां की हालत बहुत खराब है। खाने रहने की काफी दिक्कत है।
असुरक्षा का माहौल बना हुआ है कभी भी आक्रमण हो सकता है। ऋषभ की मां ने सरकार से गुहार लगाई है कि यूक्रेन में फंसे छात्रों को किसी भी तरह से सुरक्षित अपने वतन वापस लाया जाए देखे विडियो।